विजय शंकर पांडेय
एक दिन एलन मस्क ने तय किया कि वो सिर्फ रॉकेट नहीं, राजनीति भी उड़ाएंगे। उन्होंने ट्विटर (अब X) को खरीदा और लगा जैसे व्हाइट हाउस की चाबी मिल गई हो! हर ट्वीट में वो कभी नीति बना देते, कभी किसी मंत्री को 'फायर' कर देते — और हां, कभी-कभी खुद को भी।
अमेरिका के मंत्री रोज़ सुबह मस्क का टाइमलाइन देख कर तय करते कि आज ऑफिस जाएं या नौकरी छोड़ दें। ट्रंप को लगा मस्क कहीं "स्पेस प्रेसिडेंट" न बन जाएं, तो उन्होंने मस्क को व्हाट्सएप ग्रुप से "रिमूव" कर दिया। जनता भी भ्रम में थी। आखिर सरकार चला कौन रहा है — बाइडेन, ट्रंप, या एलन मस्क? आख़िरकार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मस्क बोले, "मैं सिर्फ फ्री स्पीच चाहता था। पर अब लगता है मुझे मंगल पर ही बसना पड़ेगा!" और धरती ने चैन की सांस ली। एक ज़माना था जब ट्रंप और एलन मस्क साथ में ट्वीट करते थे, जैसे कॉलेज बेस्ट फ्रेंड्स नोट्स शेयर करते हैं।
ट्रंप सोचते थे कि मस्क उनकी नीतियों को मंगल ग्रह तक ले जाएगा, और मस्क को लगा कि ट्रंप के साथ स्पेसX को स्पेस में स्पेशल एंट्री मिल जाएगी। पर अब? चार महीने में ही मोहभंग! जानकार बताते हैं कि मस्क ने जब ट्रंप की AI नीतियों को "डायल-अप इंटरनेट जैसा धीमा" कहा, तो ट्रंप ने एलन को "यूज़लेस एलोन" घोषित कर दिया। दोस्ती तो तब पूरी तरह टूटी जब मस्क ने ट्विटर (अब X) पर ट्रंप के पोस्ट को fact-checked कर दिया। अब ट्रंप Truth Social पर अकेले चिल्ला रहे हैं, और मस्क X पर अकेले ट्वीट कर रहे हैं – और जनता popcorn लेकर इंतजार कर रही है कि अगला एपिसोड कब आएगा?
ट्रंप और मस्क की दोस्ती का टूटना वाशिंगटन की सैरगाह में तमाशा बन गया! कभी ये दोनों ट्विटर पर एक-दूसरे की तारीफों के पुल बांधते थे, मगर अब मस्क ने ट्रंप के "वन बिग ब्यूटीफुल बिल" को देखकर नाक सिकोड़ ली।
मस्क, जो DOGE अर्थात सरकारी दक्षता विभाग में टेक्नॉलजी का जादू बिखेर रहे थे, को ट्रंप का बजट बिल ऐसा लगा जैसे कोई स्पेसएक्स का रॉकेट बिना ईंधन के लॉन्च करने की कोशिश करे! ट्रंप ने कहा, "ये बिल $1.6 ट्रिलियन बचाएगा!" मस्क ने जवाब दिया, "हाँ, और मेरा टेस्ला मंगल पर पार्किंग ढूंढ लेगा!" मतभेद बढ़े, टैरिफ की बात आई, और मस्क ने इस्तीफा ठोक दिया।
अब ट्रंप ट्वीट कर रहे हैं, "मस्क को मंगल पर भेजो!" और मस्क ने X पर लिखा, "ट्रंप का बिल मेरे AI से भी बेकार है!" बस, दोस्ती का रॉकेट क्रैश। सच्चाई तो यह है कि इस खबर के ब्रेक होने के बाद चाहे वह अमेरिकी जनता हो या शासन प्रशासन, या फिर स्वयं मस्क सभी ने राहत की सांस ली। वैसे भी मस्क का धंधा, खासतौर पर Tesla कारोबार भी कुछ 'डाउन" जा रहा था। मस्क के फैसलों ने अमेरिकी नागरिक और शासन को अशांत कर दिया था। उथल-पुथल के हालात थे। भारी तादाद में लोग बेरोजगार हो रहे थे।
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